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Monday, June 14, 2021

खाना है तो अभी घर के ही बने चाट, पकोड़े खाएं

खाना है तो अभी घर के ही बने चाट, पकोड़े खाएं

खुले में मॉस्क उतार फॉस्ट फूड्स के ठेले पर भीड़भाड़ लगाना खतरनाक


कोरोना के घटते मामलों के बीच लोगों का यह व्यवहार फिर बढ़ा सकता है बीमारी का प्रसार


घर में बनी चीजों का साफ-सुथरे हाथों से करें सेवन


पौष्टिक भोजन पर दें जोर

गोरखपुर।कोरोना कर्फ्यू समाप्त होने के बाद ठेले-खोमचे पर चाट, फुल्की, बर्गर जैसे फॉस्ट फूड्स बिकने शुरू हो गये हैं। इन दुकानों पर भीड़भाड़ भी लगने लगी है। इन स्थानों पर कुछ भी खाने के लिए भीड़भाड़ में मॉस्क उतारना पड़ता है और लोग इसी व्यवहार को अपना भी रहे हैं। यह व्यवहार न केवल कोविड का प्रसार करेगा बल्कि अन्य बीमारियों को भी न्यौता देगा। यह कहना है बाबा राघव दास मेडिकल कालेज में आहार परामर्शदाता पद्मिनी शुक्ला का। 


वह कहती हैं कि यह समय घर में बनीं चीजों का साफ-सुथरे हाथों से सेवन करने का है। लोगों को फास्ट फूड और जंक फूड के इस्तेमाल की आदत को बदलना होगा और कोविड काल में पौष्टिक भोजन पर जोर देना चाहिए।

पद्मिनी का कहना है कि ठेले-खोमचे पर मॉस्क उतार कर फॉस्ट फूड का सेवन दो प्रकार से खतरनाक है। एक तो लोगों की भीड़भाड़ में मॉस्क उतारने से कोविड के संचरण का खतरा रहता है तो दूसरी तरफ शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित नहीं होती है। कोविड से लड़ाई में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विशेष महत्व है। यह क्षमता तभी विकसित होगी जब घर में दूध, दही, अंडे, दाल, फल, सब्जियों, पनीर आदि का संतुलित सेवन किया जाए। घर में खाने-पीने से कोविड की भी दिक्कत नहीं होगी। सरकार ने सभी बड़े रेस्टोरेंट्स को केवल होम डिलेवरी की सुविधा दी है। इसके पीछे यही वजह है कि लोग मॉस्क उतार कर खुले में खाने वाली चीजों का सेवन न करें। इसके विपरीत लोग ठेलों पर भीड़ लगा रहे हैं जो काफी खतरनाक साबित हो सकता है।

बच्चों का रखें खास ख्याल

आहार परामर्शदाता पद्मिनी का कहना है कि बच्चों के मामले में तो लापरवाही बिल्कुल न करें। उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पौष्टिक भोजन से विकसित होती है। उन्हें किसी प्रकार के फास्ट फूड का सेवन न करने दें। उन्हें घर में बना पौष्टिक भोजन दें और योग व व्यायाम की आदत विकसित करवाएं। कोविड से बचने और अपने पाल्यों को बचाए रखने के लिए व्यवहार परिवर्तन ही सबसे सशक्त विकल्प है।

इन दस नियमों को न भूलें

दो गज की दूरी, मॉस्क है जरूरी

हाथों को बार-बार साबुन पानी से धुलें

साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें

हाथों से नाक, मुंह और आंख को न छुएं

भीड़भाड़ से लौटें तो स्नान अवश्य करें

खांसते-छींकते समय रूमाल, टिश्यू पेपर या कुंहनियो का इस्तेमाल करें

सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें

नशे का सेवन न करें

टीका अवश्य लगवाएं

नाखुन में मैल न जमा होने दें

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