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Monday, November 23, 2020

बस्ती : क्षय रोग को हराया, अब दूसरों को जागरूक करेंगे टीबी चैम्पियन

बस्ती। नियमित इलाज से पहले खुद क्षय रोग को हराया। अब टीबी चैम्पियन बनकर यह लोग दूूसरों को रोग के प्रति जागरूक करेंगे। आम लोगों में जहां टीबी मरीजों के प्रति भेदभाव की भावना को दूर करेंगे वहीं रोग के प्रति लोगों में फैली गलतफहमी को भी दूर करेंगे। जिले के पांच लोगों का चयन बतौर टीबी चैम्पियन किया गया है। इनके सहयोग से 2025 तक केंद्र सरकार के टीबी की समाप्ति के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी। क्षमता वर्धन के लिए विभाग द्वारा टीबी चैम्पियंस प्रशिक्षित किया जाएगा।  


टीबी चैम्पियन गौर ब्लॉक के सुकरौली निवासी भोलेनाथ बाजार में सिलाई का काम करते हैं। इनका कहना है कि तीन साल पहले इन्हें मालूम हुआ कि वह टीबी से ग्रसित हैं। टीबी अस्पताल में जाकर इलाज कराया। सीएचसी गौर से नियमित दवाएं मिलती थी। लॉकडाउन से पहले हुई जांच में वे पूरी तरह स्वस्थ हो चुके है। उनका कहना था कि सरकार ने जो जिम्मेदारी दी है उसका निर्वहन करेंगे। लोगों को बताएंगे कि रोग के लक्षण होने पर छिपाए न तथा समय पर जांच कराकर इलाज शुरू करें। आम लोगों से बताएंगे कि रोगी के प्रति किसी तरह का भेदभाव न करें। 


जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. सीएल कन्नौजिया ने बताया कि केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार टीबी रोग से पूरी तरह स्वस्थ हो चुके लोगों का सहयोग राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) में लिया जा रहा है। जिले से ऐसे पांच लोगों को कोरोना चैम्पियंस के रूप में चयनित किया गया है। आम लोगों में टीबी रोग के लक्षण व उसके बचाव के साथ ही रोग होने की दशा में नियमित इलाज के लिए जागरूकता फैलाने में इन लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। टीबी चैम्पियंस खुलकर लोगों के सामने आएंगे तथा अपनी बात सही तरीके से रखेंगे। 


उन्होंने कहा कि अभी प्राय: यह देखा जाता है कि टीबी मरीजों के साथ भेदभाव होता है। लोग रोग को छिपाने का प्रयास करते हैं, जो कभी-कभी दूसरों के लिए घातक साबित हो जाता है। टीबी चैम्पियंस के सामने आने के बाद ऐसे लोगों को खुलकर अपनी बात कहने का साहस होगा। वह खुलकर जांच कराएंगे तथा रोग पाए जाने पर वे इलाज कराकर स्वस्थ हो सकेंगे।


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