बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में तैनात महिला पीसीएस अधिकारी की आत्महत्या का मामला सामने आया है। सोमवार की रात अधिकारी का शव फांसी से फंदे से लटका मिला। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें महिला अधिकारी ने सिस्टम पर गंभीर आरोप लगाते हुए खुद को राजनीति में फंसाए जाने की बात लिखी है। पुलिस सुसाइड नोट और कॉल डिटेल के आधार पर मामले की जांच में जुटी है। एसपी का कहना है कि जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की होनहार छात्रा एवं इतिहास विभाग से परास्नातक रही मनि मंजरी राय के आत्महत्या से उनके सभी करीबी अचंभित हैं l
पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी राय (30) पिछले दो साल से मनियर नगर पंचायत में अधिशाषी अधिकारी (ईओ) के पद पर तैनात थीं। मंजरी राय बलिया शहर कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास कालोनी में रहती थीं। सोमवार की देर रात पंखे से उनका शव फांसी से लटकता हुआ मिला। सूचना मिलते ही डीएम श्रीहरि प्रताप शाही व एसपी देवेंद्र नाथ के साथ ही फोरेंसिक टीम पहुंच गई। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला है।
सुसाइड नोट और कॉल डिटेल के जरिए जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने मंजरी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, सुसाइड नोट और अधिशासी अधिकारी की कॉल डिटेल के जरिए आत्महत्या की वजह की जांच में जुट गई है। पुलिस ये पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि अधिकारी को किसने फंसाया और कौन-कौन उसकी मौत के जिम्मेदार हैं। घटना की जानकारी मिलते ही एसपी देवेंद्रनाथ, अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार, सीओ सिटी अरुण कुमार सिंह, कोतवाल विपिन सिंह समेत उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे थे।
पीसीएस अधिकारी मंजरी राय के पिता ने बेटी की हत्या कर उसे फांसी से लटकाए जाने का आरोप लगाया है। परिजनों ने कहा कि उनकी बेटी पर लगातार नियमों के खिलाफ काम करने का दबाव बनाया जा रहा था। परिजन अजीत कुमार का कहना है कि मंजरी पर बगैर टेंडर के काम और भुगतान के लिए भी दबाव दिया जा रहा था।
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