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Thursday, October 22, 2020

बस्ती:दीक्षा एप से छात्र व शिक्षक के ज्ञान को स्थायी बनाने में मिलेगी मदद-मुख्य विकास अधिकारी

बस्ती:दीक्षा एप से छात्र व शिक्षक के ज्ञान को स्थायी बनाने में मिलेगी मदद-मुख्य विकास अधिकारी



 


बस्ती। जनपद के निजी मान्यता प्राप्त विद्यालयों में दीक्षा के अंगीकरण के संबंध में मुख्य विकास अधिकारी सरनीत कौर ब्रोका की अध्यक्षता में बैठक मुख्य विकास अधिकारी सभागार में आयोजित की गई।


 मुख्य विकास अधिकारी सरनीत कौर ब्रोका ने कहा दीक्षा में उपलब्ध कंटेंट एनसीईआरटी और बोर्ड के एकरूपता पर आधारित हैं उन्होंने कहा वीडियो और एक्टिविटी से किसी विषय वस्तु पर समझ बनाने का नजरिया मजबूत होता है और व्यवहारिक हो जाता है। वर्तमान समय में चुनौतियां ज्यादा है और इन चुनौतियों में हमें संभावनाओं को तलाशना है और यह संभावनाएं ऑनलाइन क्लास के माध्यम से दीक्षा उपलब्ध करा रही है।


उन्होंने कहा आंतरिक रुप से अधिगम को आत्मसात करने की आवश्यकता है, परंपरागत तरीके में बदलाव लाने की आवश्यकता है। यहां तक कि अगर कोई अध्यापक किसी विषय वस्तु को पढ़ा रहा है तो उनके उदाहरणों को भी अपडेट करने की आवश्यकता है।


जो छात्र का देखने का नजरिया भी बदलेगा और उन्हें भी नयापन लगेगा। आजकल बच्चे केवल 12वीं क्लास पास होने के लिए नहीं पढ़ते हैं उसके आगे कंपटीशन की तैयारी करने की बुनियाद भी बना रहे होते हैं और यह चीज बहुत महत्वपूर्ण है कि पिछली क्लास में उसने क्या सीखा है, अगली क्लास में उन सीखी हुई चीजों का व्यवहारिक उपयोग कर पा रहा है या नहीं,इन सभी बिंदुओं पर हमें अपनी शिक्षण विधियों में बदलाव लाने की आवश्यकता है और स्वयं को डिजिटल करने की आवश्यकता है।


जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश शुक्ला ने बताया कि दीक्षा डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर नॉलेज शेयरिंग कक्षा 01 से कक्षा 12 तक के लिए उपलब्ध स्कूली दीक्षा पोर्टल शिक्षकों एवं छात्रों के मध्य डिजिटल ज्ञान को जोड़ने हेतु माध्यम प्रदान करने का एक प्रभावी तथा सशक्त माध्यम है अपने व्यक्तिगत अनुभव को साझा करते हुए।


इसकी उपयोगिता को बताया जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के उपप्राचार्य कृपाशंकर ने बताया सभी को दीक्षा से जोड़ने के लिए एक कार्यक्रम बनाते हुए वेबीनार और गूगल मीट आयोजित किया जाएगा। जिसमें डायट मेंटर एसआरजी आदि प्रशिक्षक के रूप में होंगे शिक्षण अधिगम से संबंधित जिज्ञासाओं के समाधान तथा पाठ्य सामग्री से जुड़े डिजिटल कंटेंट तक पहुंच बढ़ाने हेतु दीक्षा है व इसका सार्वभौमिक अंगीकार किया जाना अपेक्षित है।


जिला समन्वयक चंद्रभान पाण्डेय ने बताया कि दीक्षा में कक्षा 01 से 08 तक के पाठ्यक्रम के आधार पर 4000 से अधिक वीडियो के माध्यम से समृद्ध सामग्री उपलब्ध कराई गई है। शिक्षक के उन्मुखीकरण शिक्षकों को प्रशिक्षण हेतु 80 प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उपलब्ध कराए गए हैं। विद्यार्थी उन्मुखीकरण के भरपूर अवसर हैं। आशीष कुमार श्रीवास्तव एसआरजी बस्ती ने बताया कि दीक्षा एप एक ई-बुक और ई-कंटेंट का एक स्टोर हाउस है। जहां एनसीईआरटी और संबंधित पाठ्यक्रम की भी ई-कंटेंट की टेक्स्ट बुक क्यूआर कोड के साथ शामिल किया गया है। 15 भाषाओं में यह उपलब्ध हैं पढ़ाई की गुणवत्ता और शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए यह एक बड़ा लर्निंग प्लेटफॉर्म है।


डॉ.सर्वेष्ट मिश्रा एसआरजी ने बताया कि दीक्षा ऐप प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाण पत्र डिजिटली उपलब्ध हो जाता है और प्रत्येक विषय का वीडियो उच्च कोटि के प्रशिक्षित व्यक्तियों द्वारा बनाया गया है। यह बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि को विकसित करेगा साथ ही आधारशिला,ध्यानाकर्षण व शिक्षण संग्रह पर प्रकाश डालेगा और रीड अलांग ऐप की उपयोगिता पर भी प्रकाश डालेगा। अंगद पाण्डेय ने बताया कि जनपद के मान्यता प्राप्त विद्यालयों में दीक्षा को प्रभावी बनाने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा। जिसमें सभी एसआरजी जुड़े रहेंगे और वह एसआरजी वन नेशन वन प्लेटफार्म के लिए तकनीकी सपोर्ट करेंगे।


बैठक में अनूप खरे,जे पी तिवारी,जे पी सिंह,संतोष श्रीवास्तव, प्रकाश मोहन श्रीवास्तव, जगदीश मिश्र,आर आर यादव,अवधेश यादव, अच्युतानंद त्रिपाठी, अरुण वर्मा,सीएल यादव, पंकज विश्वकर्मा, आर के उस्मानी, सूरज सिंह,आयुष जयसवाल,वीरेंद्र पाण्डेय सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।


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