बस्ती जिले में अमहट पुल पर एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। जिसमें एक अनियंत्रित कार रेलिंग तोड़ते हुए कुआनो नदी में जा गिरी, इस दुर्घटना में कार में सवार एक महिला सहित तीन लोगों की मौत हो गई जबकि दो अन्य 2 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
सूचना पर पहुंचे टीएसआई कामेश्वर सिंह ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए नदी में कूदकर अन्य लोगों के सहयोग से सभी को कार से बाहर निकाला। सूचना पर मौके पर सीओ सिटी गिरीश सिंह व पुलिस अधीक्षक भी मौजूद रहे । क्रेन की मदद से कार को बाहर निकाला गया। हादसे की वजह से हाईवे पर जाम की स्थित हो गई। जिसे संभालने पुलिस लगी रही।
प्राप्त सूचना के अनुसार उत्तराखंड के रुद्रपुर जिले से पूरा परिवार एमबीबीएस में बेटे के एडमिशन के लिए बिहार के मोतिहारी जा रहा था कि रास्ते में यह हादसा हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही एसपी और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
मिली जानकारी के अनुसार मूलत: बिहार के मोतिहारी जिले के थाना उदयझा के मोहम्मदपुर गांव के रहने वाले इम्तियाज (उम्र 52 वर्ष) उत्तराखण्ड के रुद्रपुर जिले में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे। उनके बेटे फैज मोहम्मद (उम्र 20 वर्ष) का एडमिशन एमबीबीएस में कराना था। इसके लिए परिवार बुधवार को कार से बिहार जा रहा था। कार में फैज और इम्तियाज के अलावा उनकी पत्नी मेराज खातून (उम्र 43वर्ष) और दोनों साले इकबाल और आमिर इकबाल भी थे। इकबाल और आमिर बिहार के सीतामढ़ी जिले के बैरगहनिरया थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। उनके मुताबिक गाड़ी फैज चला रहा था।
वे बस्ती में हाइवे पर अमहट पुल के पास पहुंचे थे कि अचानक कार बेकाबू होकर रेलिंग तोड़ते हुए नीचे नदी में जा गिरी। हादसा देख राहगीर दौड़ पड़े। चूंकि घटनास्थल बस्ती शहर से सटे था लिहाजा कुछ ही देर में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। टीएसआई कामेश्वर सिंह समेत अन्य लोगों ने नदी में उतरकर कार का शीशा तोड़ा और अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला।
इम्तियाज, मेराज खातून और उनके बेटे फैज अहमद की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। गंभीर रूप से घायल इकबाल और आमिर को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया। दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है। उधर, क्रेन से गाड़ी को बाहर निकालकर करीब डेढ़ घंटे बाद तीन बजे यातायात बहाल कराया जा सका।
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