बस्ती । ड्राई रन का दूसरा चरण सोमवार को चला। मेडिकल कॉलेज सहित 19 स्वास्थ्य इकाईयों में कोविड टीकाकरण का पूर्वाभ्यास किया गया। पूर्वाभ्यास कार्यक्रम को देखने के लिए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजा जय प्रताप सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) रुधौली पहुंचे तथा जायजा लिया।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के प्रति स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। कोरोना का टीका आने वाला है तथा पहले चरण में हेल्थ केयर वर्कर्स को टीका लगाया जाना है। अभियान पूरी तरह कामयाब हो, इसे देखते हुए शासन ने पूर्वाभ्यास के तौर पर दूसरा ड्राई रन चलाया है।
मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य डॉ. नवनीत कुमार की देखरेख में पूर्वाभ्यास कार्यक्रम हुआ। प्रतीकात्मक टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम लगाई गई थी। आला अधिकारियों ने निरीक्षण कर अभियान पर नजर बनाए रखा। जिला अस्पताल के मॉडयुलर ओटी में ड्राई रन का आयोजन किया गया। यहां पर एसीएमओ/जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. फकरेयार हुसैन ने खुद ही कमान संभाले रखा। गेट पर पुलिस कर्मी तैनात रहे, जो लाभार्थी की सूची से मिलान कर कर्मियों को अंदर जाने दे रहे थे। अंदर काउंटर पर नाम की फीडिंग पहचान पत्र देख कर की गयी। अलग काउंटर पर एएनएम द्वारा टीकाकरण किया जा रहा था। टीका लगाए जाने के बाद लाभार्थी को आब्जर्वेशन रूम में 30 मिनट तक रोका जा रहा था । नगरीय क्षेत्र के नोडल ऑफिसर डॉ. एके कुशवाहा, समन्वयक सचिन चौरसिया, जिला कंट्रोल रूम के प्रभारी डॉ. राकेशमणि त्रिपाठी, यूनिसेफ के डीएमसी आलोक राय व अन्य अधिकारी मौजूद रहे ।
जि ला महिला अस्पताल में सीएमएस डॉ. सुषमा सिन्हा की देखरेख में अभियान चलाया गया। एसीएमओ डॉ. सीएल कन्नौजिया सहित अन्य अधिकारियों ने भ्रमण कर तैयारियों का जायजा लिया। यहां वहां पर दो बूथ बनाए गए थे। जो लोग टीका लगवाने आ रहे थे, उनके नाम की बाकायदा फीडिंग की गयी।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. फकरेयार हुसैन ने बताया कि सभी ब्लॉक स्तरीय अस्पतालों में भी रिहर्सल किया गया है। दूसरे चरण का रिहर्सल पहले चरण से काफी कामयाब रहा। जब कोरोना टीकाकरण होगा तो स्टॉफ के नाम की फीडिंग से लेकर टीका लगाने व लाभार्थी के आब्जर्वेशन में कोई समस्या नहीं होगी।
टीके के रिएक्शन का भी हुआ पूर्वाभ्यास रिहर्सल
जिला अस्पताल में कोरोना टीका से संभावित रिएक्शन (प्रतिकूल प्रभाव) का भी पूर्वाभ्यास किया गया। प्रतीकात्मक तौर पर एक लाभार्थी द्वारा सीने में बेचैनी की शिकायत की गई। इस पर वहां तैनात टीम उसे एईएफआई रूम में लेकर पहुंची। डॉ. फकरेयार हुसैन की देखरेख में मरीज का इलाज किया गया। उसके सामान्य होने पर ही टीम वहां से हटी। डॉ. हुसैन ने कहा कि टीके से किसी-किसी को कुछ समस्या होने की संभावना को देखते हुए यह कामयाब पूर्वाभ्यास किया गया।
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