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Tuesday, January 5, 2021

बस्ती में टेरर फंडिंग के आरोपी हामिद के कप्तानगंज स्थित घर पर सीआईबी आरपीएफ और पुलिस टीम की संयुक्त छापेमरी

कप्तानगंज । टेरर फंडिंग के आरोपी और ई-टिकट के अवैध कारोबार के सरगना हामिद के कप्तानगंज थाना क्षेत्र स्थित घर पर मंगलवार को सीआईबी आरपीएफ व पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। कई गाड़ियों से आए  दल-बल ने सुबह लगभग 9:30 बजे उसके घर पर तथा दो अन्य प्रतिष्ठानों पर छापा मारकर वहां मौजूद लोगों से पूछताछ की।



बताते चलें कि कप्तानगंज का हामिद ई-टिकट के अवैध कारोबार का मास्टरमाइंड है। उस पर कई मुकदमे दर्ज हैं। बाद में उसका नाम टेरर फंडिंग में सामने आया। उसके बाद से सीबीआई, यूपी पुलिस और आरपीएफ सहित कई एजेंसियां उसकी तलाश में लगी हैं। बस्ती के अलावा गोंडा में एक स्कूल में विस्फोट कराने के साथ ही मुम्बई और बंगलोर में भी उसके खिलाफ मामला दर्ज है। अभी हाल ही में बस्ती पुलिस ने उसके एक साथी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। बस्ती आरपीएफ़ ने दो दिसंबर 2019 को फर्जी सॉफ्टवेयर के जरिए अवैध ई-टिकट के काले कारोबार का पर्दाफाश किया था। तीन अवैध टिकट कारोबारी पुलिस के हत्थे चढ़े थे। इनसे नगदी, अवैध टिकट, लैपटॉप व रेलवे के सॉफ्टवेयर का क्लोन मिला था। पूछताछ में सरगना के तौर पर हामिद का नाम सामने आया था। अप्रैल 2016 में बस्ती कोतवाली में दर्ज अवैध टिकट कारोबार के मामले में भी हामिद की तलाश है। कप्तानगंज का रहने वाला हामिद इंटर पास है। वह पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र में एक दुकान पर अवैध टिकट बनाने का काम करता था। कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाने के फेर में उसने अपना अलग सॉफ्टवेयर बनाया। ‘ब्लैक टीएस न्यू और रेड मिर्ची सॉफ्टवेयर बनाकर देशभर में अपने एजेंटों को बेचा करता था। आईआरसीटीसी की बजाय अन्य वेबसाइट से टिकट खरीद पर शुरू हुई जांच हामिद तक पहुंची और बड़े अवैध कारोबार का खुलासा हुआ। 28 अप्रैल 2016 को पहली बार हामिद को उसी के पार्टनर शमशेर की मुखबिरी पर सीबीआई व मुंबई की संयुक्त टीम ने पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। एजेंसियों का मानना है कि वह नेपाल के काठमांडू में है और वहीं से दुबई भी आता-जाता है। यही नही ई-टिकटिंग रैकेट का मास्टरमाइंड हामिद को लेकर एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई थी । TOI की एक खबर के मुताबिक, मास्टरमाइंड हामिद ने रेलवे पुलिस फोर्स (आरपीएफ) के महानिदेशक को एक संदेश भेज कर दावा किया था कि रेलवे के आईटी सिक्योरिटी सिस्टम में बहुत सारी कमियां हैं। अगर वह उनसे कहें तो वह सभी सुरक्षा संबंधी सभी कमियों को दूर कर देगा।पुलिस ने इस मामले में अभियुक्त हमीद के पिता जमीर उल हसन उर्फ लल्ला तथा भदोही निवासी योगेंद्र विश्वकर्मा पुत्र केशव प्रसाद विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर उनके पास से बिना नंबर की एक अल्टो कार, एक लैपटॉप, 6 मोबाइल, 3 फर्जी आधार कार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस , पैन कार्ड तथा एक्सिस बैंक एवं अन्य कई बैंकों के डेबिट कार्ड बरामद हुए हैं। इसके साथ ही अभियुक्त जमीर उल हसन तथा इसकी पत्नी और बच्चियों के नाम कुल 70 लाख  का बांड भी बरामद हुआ है तथा विभिन्न बैंकों के कुल 18 खातों में 30 लाख रुपया भी मिला है जिन्हें जब्त तक कराया जा रहा है। पूछताछ में अभियुक्त जमीर उल हसन ने कई करोड़ के जमीन व फ्लैट व प्लाट खरीदने की बात स्वीकार की है । घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि इन दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मुख्य आरोपी हामिद की सरगर्मी से तलाश जारी है जिसके लिए टीमें लगी है जल्दी उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा।







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