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Saturday, April 17, 2021

नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम के तहत आठ जगहों से लिए गए चार हजार लोगों के खून के नमूने

बस्ती । जिले के आठ जगहों से चार हजार लोगों के खून का नमूना लिया गया है। इसकी स्लाइड तैयार कर फाइलेरिया के मरीजों का पता लगाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम के तहत खून के नमूने लेने का कार्य किया। अब रिपोर्ट बनाने का कार्य किया जा रहा है। मई मेें मॉस ड्रग एडमिनिस्ट्रिेशन कार्यक्रम चलाया जाएगा, जिसमें फाइलेरिया से बचाव के लिए लोगों को कीड़े की दवा (डीईसी व अल्बेंडाजोल) खिलाई जाएगी। एमडीए से पूर्व नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम संचालित कर फाइलेरिया के फैलाव का पता लगाया जाता है। 

जिला मलेरिया अधिकारी आइए अंसारी ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत चार अप्रैल से नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम चलाया गया। टीम ने लक्ष्य के तहत चार हजार स्लाइड तैयार कर ली है। सदर ब्लॉक के महसों, कुदरहा के गायघाट, बनकटी के बेहिल, शहर के पठान टोला/चिकवा टोला के साथ ही हर्रैया के पिपराकाजी, रुधौली के बाघाडीहा, दुबौलिया के विशेषरगंज तथा शहर के आवास विकास में अभियान चलाया गया। हर स्थान से 500-500 लोगों के खून के नमूने लिए गए। सीएचसी/पीएचसी के लैब में ब्लड की जांच कर अब इसकी रिपोर्ट अगले 15 दिनों में तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया रोग क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाला एक रोग है। किसी भी व्यक्ति में संक्रमण के पश्चात बीमारी के लक्षण पांच से 15 साल बाद दिखने की संभावना होती है। एक बार रोग हो जाने के बाद इसका इलाज संभव नहीं होता है। 

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फाइलेरिया के लक्षण

- पैरों व हाथों में सूजन होना। 

- पुरूष के अंडकोष में सूजन आ जाना। 



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फाइलेरिया से बचाव के तरीके

- एमडीए के दौरान दी जाने वाली दवा जरूर खाएं। 

- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग जरूर करेंे। 

- आस-पास सफाई रखें, जिससे मच्छर न पनपने पाएं।

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